भारत-पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण स्थिति होने के बावजूद विकास परियोजनाओं के नकारात्मक असर को कम करने के लिए भारत और अफगानिस्तान के साथ मिलकर वाटरशेड मैनेजमेंट और सीमा पार एक्विफर को साझा रखने की संयुक्त प्रणाली चाह रहा है पाकिस्तान।
पाकिस्तानी समाचार पत्र डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, यह पाकिस्तान की राष्ट्रीय जल नीति का हिस्सा है, जो पीने के पानी और सफाई समेत शहरी पानी के 100 फीसदी इस्तेमाल को सुनिश्चित करता है। इस रिपोर्ट के अनुसार सरकार और प्रांतों द्वारा जिस नीति को अंतिम रूप दिया गया है, वह काउंसिल ऑफ कॉमन इंटरेस्ट के एजेंडे में थी, लेकिन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की राजनीतिक व्यस्तताओं की वजह से इसे नहीं उठाया जा सका।
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रिपोर्ट के मुताबिक इस नीति में सिंधु जल संधि प्रावधानों की भी चर्चा की गई है। गौरतलब है कि वाटरशेड मैनेजमेंट का संबंध जल प्रबंधन और भूमि प्रबंधन से संबंधित प्रणालियों से है। जल की गुणवत्ता की सुरक्षा और सुधार में मदद कर सकती है यह प्रणाली। वहीं एक्विफर का संबंध जमीन के नीचे चट्टानों या खनिजों की उस परत से है जो पानी को रोक कर रखने का काम करती है।
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