यूपी के इटावा में एक पिता अपने बेटे की लाश को कंधे पर उठाकर अस्पताल से निकला तो उसे देखकर लोग सन्न रह गए। यह वीडियो वायरल हुआ है।
इटावा। उत्तर प्रदेश केइटावा अस्पताल में सोमवार को मानवता को शर्मसार करती तस्वीर सामने आई जब मुफलिसी के बोझ से दबा एक बेबस बाप अपने 13 साल के मासूम बेटे को मौत से बचाने के लिए अस्पताल पहुँचा लेकिन उसकी साँसों के साथ ही मानवता ने भी दम तोड़ दिया।
मज़दूर दिवस पर एक मज़दूर बाप अपने मृत बेटे को अपने कंधो पर लाद कर इटावा अस्पताल की लाचार व्यवस्था को ठोकरें मारता हुआ अकेले ही घर की और चल दिया, जहाँ व्यवस्थाओं का तामझाम दिखाने वाला यह सरकारी अस्पताल एक गरीब को शव वाहन भी न दे सका।
वहीं इस पूरे दिल दहला देने वाले मामले पर सीएमओ इटावा डॉ राजीव कुमार यादव का कहना है की जिस बच्चे को जिला अस्पताल लाया गया था वह मृत था। डॉ पीयूष ने उसको देख कर मृत घोषित किया था क्योंकि वो बच्चा दो दिन से बीमार था और एक बार डॉक्टर द्वारा मृत घोषित करने के बाद वह व्यक्ति कुछ लोगों को लेकर फिर डॉक्टर के पास आया तो फिर डॉक्टर ने कहा कि ये मर चुका है। इनको बता दिया गया और पीड़ित ने शव वाहन के लिये डॉक्टर से नहीं कहा वरना एम्बुलेन्स के लिए पीड़ित को मना नही किया जाता। सीएमओ ने कहा कि घटना की पूरी जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
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